बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-2 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-2 मनोविज्ञान - सरब प्रश्नोत्तर
प्रश्न- आवृत्ति बहुभुज के अर्थ को स्पष्ट करते हुए रेखाचित्र की सहायता से इसके महत्व को स्पष्ट कीजिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. आवृत्ति बहुभुज के अर्थ को स्पष्ट कीजिए।
2. आवृत्ति बहुभुज के निर्माण करते समय किन-किन महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखना चाहिए?
3. आवृत्ति बहुभुज को रेखाचित्र द्वारा समझाएं।
4. अध्यारोपित (Superimposed) आवृत्ति बहुभुज को समझाइए।
उत्तर -
(Frequency Polygon)
सिम्पसन और कोफ्का (1971) के अनुसार, "बहुभुज का अर्थ उस रेखाचित्र से है जिसमें अनेक भुजाएँ होती हैं या वह रेखाचित्र जिसमें आवृत्तियों को अनेक भुजाओं द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।'
"Frequency Polygon is a figure bounded by a number of straight lines representing the frequencies."
उदाहरण- निम्नलिखित अंक वितरण से आवृत्ति बहुभुज बनाइए।
हल -
वर्गान्तरों की आवृत्तियों को प्रदर्शित करता आवृत्ति बहुभुज
उदाहरण 2- निम्नलिखित अंक वितरण की सहायता से स्तम्भाकृति बनाइए। फिर भी उसी स्तम्भाकृति पर अध्यारोपित (Superimposed) आवृत्ति बहुभुज बनाइए।
(Smoothed Frequency Polygon)
सरलित (Smoothed) आवृत्ति बहुभुज वह बहुभुज है जो आवृत्तियों का सरलित करके बनाया जाता है। आवृत्ति बहुभुज और सरलित बहुभुज दोनों एक ही नियमों के आधार पर बनाया जाता है, अन्तर केवल इतना है कि सरलित आवृत्ति बहुभुज में आवृत्तियों को बहुभुज बनाने से पहले सरलित कर लिया जाता है। शुद्धता की दृष्टि से इन दोनों प्रकार के बहुभुजों की गणना करें तो कह सकते हैं कि आवृत्ति बहुभुज की अपेक्षा सरलित आवृत्ति बहुभुज अधिक शुद्ध (Accurate) और सममितीय (Symmetrical) होता है।
उदाहरण 3- निम्नलिखित अंक सामग्री से सरलित आवत्ति बहुभुज ( Smoothed Frequency Polygon) बनाइए।
वर्गान्तरों की आवृत्तियों को प्रदर्शित करता आवृत्ति बहुभुज
हल : सरलित आवृत्ति बहुभुज बनाने के लिए सर्वप्रथम दिये हुए अंग वितरण में एक वर्गान्तर नीचे तथा एक वर्गान्तर ऊपर बढ़ा लेते हैं। इन बढ़े हुए वर्गान्तरों की आवृत्ति शून्य मानकर लिख देते हैं। फिर दी हुई आवृत्तियों को सरलित करते हैं। जिस आवृत्ति को सरलित करना होता है उसमें एक ऊपर और एक नीचे इस प्रकार कुल तीन आवृत्तियों को जोड़कर प्राप्त योग में 3 से भाग देते हैं इसी प्रकार से अन्य आवृत्तियों को सरलित करते हैं।
वर्गान्तर 45-50 की आवृत्ति 2 है। ऊपर की आवृत्ति 4 तथा नीचे की आवृत्ति 0 है। अतः संतुलित आवृत्ति 2+4+0 = 6/3 = 2 हुई। इसी प्रकार से वर्गान्तर 50-55 की आवृत्ति 4 है। इसके ऊपर और नीचे की आवृत्ति जोड़ने पर 4+5+ 2 = 11/3 = 3.67 हुई।
आवृत्ति बहुभुज की निर्माण विधि तथा कुछ सुझाव
1. सर्वप्रथम यह जाँच की जाती है कि जिस अंक वितरण की आवृत्ति बहुभुजं बनाना है उसके वर्गान्तर किस श्रेणी के हैं। यदि यह वर्गान्तर सायोगिक श्रृंखला ( Inclusive Series) में है तो इन्हें निषेधक श्रृंखला या शुद्ध वर्गीकृत श्रृंखला (Pure classification series) में परिवर्तित कर लेते हैं। निषेधक श्रृंखला की सहायता से आवृत्ति बहुभुज बनाना अधिक सरल होता है।
2. आवृत्ति बहुभुज बनाने से पहले दिए हुए अंक वितरण के प्रारम्भ में और अन्त में एक-एक वर्गान्तर बढ़ा लेते हैं। इस बढ़े हुए वर्गान्तर की आवृत्ति शून्य मानकर लिख देते हैं। यदि ऐसा न करें तो बना हुआ आवृत्ति बहुभुज X-अक्ष को नहीं छू पाता है अर्थात बहुभुज अपूर्ण रहता है।
3. यदि वर्गान्तर शून्य से प्रारम्भ नहीं होते हैं तो Y-अक्ष पर Point of Origin के पास दो अर्धविरामों को X-अक्ष को काट देते हैं।
4. X-अक्ष पर वर्गान्तरों को प्रदर्शित करते हैं और Y-अक्ष पर आवृत्ति को प्रदर्शित करते हैं। X-अक्ष और Y-अक्ष में 4:3 रखते हैं। सर्वप्रथम X-अक्ष पर ग्राफ के स्थान को तथा वर्गान्तरों की संख्या को ध्यान में रखकर उपयुक्त पैमाना मानकर वर्गान्तरों को प्रदर्शित किया है फिर जितने खानों में वर्गान्तरों को प्रदर्शित किया है उन्हें गिनकर उनमें 3/4 का गुणा करके यह ज्ञात कर लेते हैं कि कितने खानों में आवृत्ति को प्रदर्शित करता है।
5. X-अक्ष और Y-अक्ष पर पैमाना मानकर क्रमश: वर्गान्तरों और आवृत्तियों को प्रदर्शित कर लेने के बाद दिए हुए अंक वितरण की आवृत्तियों को वर्गान्तरों के मध्य बिन्दु (Mid point) पर प्लाट करते हैं।
|
- प्रश्न- मापन के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- मापनी से आपका क्या तात्पर्य है? मापनी की प्रमुख विधियों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- मनोवैज्ञानिक मापन के विभिन्न स्तरों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- मापन का अर्थ एवं परिभाषा बताते हुए इसकी प्रमुख समस्याओं का उल्लेख कीजिए।'
- प्रश्न- मनोवैज्ञानिक मापन को स्पष्ट करते हुए मापन के गुणों का उल्लेख कीजिए तथा मनोवैज्ञानिक मापन एवं भौतिक मापन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मनोवैज्ञानिक मापन के कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मापन की जीवन में नितान्त आवश्यकता है, इस कथन की पुष्टि कीजिए।
- प्रश्न- मापन के महत्व पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- मनोविज्ञान को विज्ञान के रूप में कैसे परिभाषित कर सकते है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रायोगिक विधि को परिभाषित कीजिए तथा इसके सोपानों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध से आप क्या समझते हैं? सह-सम्बन्ध के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अवलोकन किसे कहते हैं? अवलोकन का अर्थ स्पष्ट कीजिए तथा अवलोकन पद्धति की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- अवलोकन के प्रकारों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चरों के प्रकार तथा चरों के रूपों का आपस में सम्बन्ध बताते हुए चरों के नियंत्रण पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- परिकल्पना या उपकल्पना से आप क्या समझते हैं? परिकल्पना कितने प्रकार की होती है।
- प्रश्न- जनसंख्या की परिभाषा दीजिए। इसके प्रकारों का विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- वैज्ञानिक प्रतिदर्श की विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध गुणांक के निर्धारक बताइये तथा इसका महत्व बताइये।
- प्रश्न- उपकल्पनाएँ कितनी प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- अवलोकन का महत्व बताइए।
- प्रश्न- पक्षपात पूर्ण प्रतिदर्श क्या है? इसके क्या कारण होते हैं?
- प्रश्न- प्रतिदर्श या प्रतिचयन के उद्देश्य बताइये।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- वर्णनात्मक सांख्यिकीय से आप क्या समझते हैं? इस विधि का व्यवहारिक जीवन में क्या महत्व है? समझाइए।
- प्रश्न- मध्यमान से आप क्या समझते हैं? इसके गुण-दोषों तथा उपयोग की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- मध्यांक की परिभाषा दीजिये। इसके गुण-दोषों की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- बहुलांक से आप क्या समझते हैं? इसके गुण-दोष तथा उपयोग की विवेचना करें।
- प्रश्न- चतुर्थांक विचलन से आप क्या समझते हैं? इसके गुण-दोषों की व्याख्या करें।
- प्रश्न- मानक विचलन से आप क्या समझते है? मानक विचलन की गणना के सोपान बताइए।
- प्रश्न- रेखाचित्र के अर्थ को स्पष्ट करते हुए उसके महत्व, सीमाएँ एवं विशेषताओं का भी उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- आवृत्ति बहुभुज के अर्थ को स्पष्ट करते हुए रेखाचित्र की सहायता से इसके महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- संचयी प्रतिशत वक्र या तोरण किसे कहते हैं? इससे क्या लाभ है? उदाहरण की सहायता से इसकी पद रचना समझाइए।
- प्रश्न- केन्द्रीय प्रवृत्ति के माप से क्या समझते हैं?
- प्रश्न- केन्द्रीय प्रवृत्ति के उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- मध्यांक की गणना कीजिए।
- प्रश्न- मध्यांक की गणना कीजिए।
- प्रश्न- विचलनशीलता का अर्थ बताइए।
- प्रश्न- प्रसार से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- प्रसरण से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- विचलन गुणांक की संक्षिप्त व्याख्या करें।
- प्रश्न- आवृत्ति बहुभुज और स्तम्भाकृति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तोरण वक्र और संचयी आवृत्ति वक्र में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्तम्भाकृति (Histogram) और स्तम्भ रेखाचित्र (Bar Diagram) में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्तम्भ रेखाचित्र (Bar Diagram) किसे कहते हैं?
- प्रश्न- निम्नलिखित व्यवस्थित प्राप्तांकों के मध्यांक की गणना कीजिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित व्यवस्थित प्राप्तांकों के बहुलांक की गणना कीजिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित व्यवस्थित प्राप्तांकों के मध्यमान की गणना कीजिए।
- प्रश्न- निम्न आँकड़ों से माध्यिका ज्ञात कीजिए :
- प्रश्न- निम्नलिखित आँकड़ों का मध्यमान ज्ञात कीजिए :
- प्रश्न- अग्रलिखित आँकड़ों से मध्यमान ज्ञात कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- सामान्य संभावना वक्र से क्या समझते हैं? इसके स्वरूप का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कुकुदता से आप क्या समझते हैं? यह वैषम्य से कैसे भिन्न है?
- प्रश्न- सामान्य संभावना वक्र के उपयोग बताइये।
- प्रश्न- एक प्रसामान्य वितरण का मध्यमान 16 है तथा मानक विचलन 4 है। यह बताइये कि मध्य 75% केसेज किन सीमाओं के मध्य होंगे?
- प्रश्न- किसी वितरण से सम्बन्धित सूचनायें निम्नलिखित हैं :-माध्य = 11.35, प्रमाप विचलन = 3.03, N = 120 । वितरण में प्रसामान्यता की कल्पना करते हुए बताइये कि प्रप्तांक 9 तथा 17 के बीच कितने प्रतिशत केसेज पड़ते हैं?-
- प्रश्न- 'टी' परीक्षण क्या है? इसका प्रयोग हम क्यों करते हैं?
- प्रश्न- निम्नलिखित समूहों के आँकड़ों से टी-टेस्ट की गणना कीजिए और बताइये कि परिणाम अमान्य परिकल्पना का खण्डन करते हैं या नहीं -
- प्रश्न- सामान्य संभाव्यता वक्र की विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- एक वितरण का मध्यमान 40 तथा SD 3.42 है। गणना के आधार पर बताइये कि 42 से 46 प्राप्तांक वाले विद्यार्थी कितने प्रतिशत होंगे?
- प्रश्न- प्रायिकता के प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध से आप क्या समझते हैं? सह-सम्बन्ध के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध की गणना विधियों का वर्णन कीजिए। कोटि अंतर विधि का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध गुणांक गणना की प्रोडक्ट मोमेन्ट विधियों का वर्णन कीजिए। कल्पित मध्यमान विधि का उदाहरण देकर वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उदाहरण की सहायता से वास्तविक मध्यमान विधि की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- काई वर्ग परीक्षण किसे कहते हैं?
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध की दिशाएँ बताइये।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध गुणांक के निर्धारक बताइये तथा इसका महत्व बताइये।
- प्रश्न- जब ED2 = 36 है तथा N = 10 है तो स्पीयरमैन कोटि अंतर विधि से सह-सम्बन्ध निकालिये।
- प्रश्न- सह सम्बन्ध गुणांक का अर्थ क्या है?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- परीक्षण से आप क्या समझते हैं? परीक्षण की विशेषताओं एवं प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण रचना के सामान्य सिद्धान्तों, विशेषताओं तथा चरणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- किसी परीक्षण की विश्वसनीयता से आप क्या समझते हैं? विश्वसनीयता ज्ञात करने की विधियों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- किसी परीक्षण की वैधता से आप क्या समझते हैं? वैधता ज्ञात करने की विधियों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- पद विश्लेषण से आप क्या समझते हैं? पद विश्लेषण के क्या उद्देश्य हैं? इसकी प्रक्रिया पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- किसी परीक्षण की विश्वसनीयता किन रूपों में मापी जाती है? विश्वसनीयता को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- "किसी कसौटी के साथ परीक्षण का सहसम्बन्ध ही वैधता है।" इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- मानकीकरण से आप क्या समझते हैं? इनकी क्या विशेषतायें हैं? मानकीकरण की प्रक्रिया विधि की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- मनोवैज्ञानिक मापन एवं मनोवैज्ञानिक परीक्षण में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- परीक्षण फलांकों (Test Scores) की व्याख्या से क्या तात्पर्य है?
- प्रश्न- परीक्षण के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- पद विश्लेषण की समस्याएँ बताइये।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- बुद्धि के अर्थ को स्पष्ट करते हुए बुद्धि के प्रकारों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- बिने-साइमन बुद्धि परीक्षण का सविस्तार वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वेक्सलर बुद्धि मापनी का सविस्तार वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वेक्सलर द्वारा निर्मित बच्चों की बुद्धि मापने के लिए किन-किन मापनियों का निर्माण किया गया है? व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- कैटेल द्वारा प्रतिपादित सांस्कृतिक मुक्त परीक्षण की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आयु- मापदण्ड (Age Scale) एवं बिन्दु - मापदण्ड (Point Scale) में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि लब्धि को कैसे ज्ञात किया जाता है?
- प्रश्न- बुद्धि और अभिक्षमता में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वेक्सलर मापनियों के नैदानिक उपयोग की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- वेक्सलर मापनी की मूल्यांकित व्याख्या कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- प्रश्न- व्यक्तिगत आविष्कारिका क्या है? कैटेल द्वारा प्रतिपादित सोलह ( 16 P. F) व्यक्तित्व-कारक प्रश्नावली व्यक्तित्व मापन में किस प्रकार सहायक है?
- प्रश्न- प्रक्षेपण विधियाँ क्या हैं? यह किस प्रकार व्यक्तित्व माप में सहायक हैं?
- प्रश्न- प्रेक्षणात्मक विधियाँ (Observational methods) किसे कहते हैं?
- प्रश्न- व्यक्तित्व मापन में किन-किन विधियों का प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला